कोणों के प्रकार (Types Of Angles)
कोण – दो किरणों के बीच के झुकाव को कोण कहते हैं।
कोण बनाने वाली दोनों किरणों को कोण की भुजाएं कहते हैं।
कोणों के प्रकार
कोणों के मुख्य रूप से सात प्रकार होते हैं –
1. शून्य कोण (Zero Angle)
2. न्यून कोण (Acute Angle)
3. समकोण (Right Angle)
4. अधिक कोण (Obtuse Angle)
5. ऋजु कोण (Straight Angle)
6. बृहत कोण (Reflex Angle)
7. सम्पूर्ण कोण (Complete angle)
1. शून्य कोण (Zero Angle) :- यदि कोण बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव शून्य हो तो ऐसे कोण को शून्यकोण कहते हैं।
2. न्यून कोण (Acute Angle) :- ऐसा कोण जो शून्य अंश से बड़ा परन्तु 90 अंश से छोटा हो न्यूनकोण कहलाता है।
3. समकोण (Right Angle) :- 90 अंश का कोण समकोण कहलाता हैं।
समकोण की परिभाषा- ऐसा कोण जिसे बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव 90 अंश हो समकोण कहलाता है।
4. अधिक कोण (Obtuse Angle) :- ऐसा कोण जो 90 अंश से बड़ा परन्तु 180 अंश से छोटा हो अधिककोण कहलाता है।
5. ऋजु कोण (Straight Angle) :- 180 अंश का कोण ऋजुकोण कहलाता हैं।
ऋजु कोण की परिभाषा- ऐसा कोण जिसे बनाने वाली दोनों किरणें एक दूसरे की विपरीत दिशा में हो, ऋजुकोण कहलाता है।
6. बृहत कोण (Reflex Angle) :- ऐसा कोण जो 180 अंश से बड़ा परन्तु 360 अंश से छोटा हो बृहत कोण कहलाता है।
7. सम्पूर्ण कोण (Complete angle) :- 360 अंश का कोण सम्पूर्ण कोण कहलाता हैं।
सम्पूर्ण कोण की परिभाषा- यदि कोण बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव 360 अंश हो तो ऐसे कोण को सम्पूर्णकोण कहते हैं।
कोण – दो किरणों के बीच के झुकाव को कोण कहते हैं।
कोण बनाने वाली दोनों किरणों को कोण की भुजाएं कहते हैं।
कोणों के प्रकार
कोणों के मुख्य रूप से सात प्रकार होते हैं –
1. शून्य कोण (Zero Angle)
2. न्यून कोण (Acute Angle)
3. समकोण (Right Angle)
4. अधिक कोण (Obtuse Angle)
5. ऋजु कोण (Straight Angle)
6. बृहत कोण (Reflex Angle)
7. सम्पूर्ण कोण (Complete angle)
1. शून्य कोण (Zero Angle) :- यदि कोण बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव शून्य हो तो ऐसे कोण को शून्यकोण कहते हैं।
2. न्यून कोण (Acute Angle) :- ऐसा कोण जो शून्य अंश से बड़ा परन्तु 90 अंश से छोटा हो न्यूनकोण कहलाता है।
3. समकोण (Right Angle) :- 90 अंश का कोण समकोण कहलाता हैं।
समकोण की परिभाषा- ऐसा कोण जिसे बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव 90 अंश हो समकोण कहलाता है।
4. अधिक कोण (Obtuse Angle) :- ऐसा कोण जो 90 अंश से बड़ा परन्तु 180 अंश से छोटा हो अधिककोण कहलाता है।
5. ऋजु कोण (Straight Angle) :- 180 अंश का कोण ऋजुकोण कहलाता हैं।
ऋजु कोण की परिभाषा- ऐसा कोण जिसे बनाने वाली दोनों किरणें एक दूसरे की विपरीत दिशा में हो, ऋजुकोण कहलाता है।
6. बृहत कोण (Reflex Angle) :- ऐसा कोण जो 180 अंश से बड़ा परन्तु 360 अंश से छोटा हो बृहत कोण कहलाता है।
7. सम्पूर्ण कोण (Complete angle) :- 360 अंश का कोण सम्पूर्ण कोण कहलाता हैं।
सम्पूर्ण कोण की परिभाषा- यदि कोण बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव 360 अंश हो तो ऐसे कोण को सम्पूर्णकोण कहते हैं।
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