तुम्हरी सबसे अच्छी टीचर तुम्हारी ही गलतियां है | समस्याओं पर फोकस करोगे तो 'लक्ष्य' दूर हो जाएगा, तुम 'लक्ष्य' पर फोकस करो ताकि समस्याएं....... | तुम्हरी सबसे अच्छी टीचर तुम्हारी ही गलतियां है |

Friday, February 10, 2017

गजल-

मोहब्बत मुस्कराकर जब शिकायत भूल जाती है
वहीं मौका परस्ती तो शहादत भूल जाती है।
समय के सामने इंसान जब लाचार होता है
लगाकर रूख वादों के सियासत भूल जाती है।

बड़ी उम्मीद से आती है पूजाघर में ये दुनिया
दुआएं मांग लेती है इबादत भूल जाती है।
जमी पर चार पैरों को टिकाकर आसमां छूती
मगर अभिमान में धरती इमारत भूल जाती है।
नई पीढ़ी नए सपने संजोती आँख में लेकिन
नयेपन में बुजुर्गों की हिदायत भूल जाती है।
मुसलसल मौन साधे नींव की ईंटों की कुर्बानी
हवा से बात करती है तो फिर छत भूल जाती है।

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