तुम्हरी सबसे अच्छी टीचर तुम्हारी ही गलतियां है | समस्याओं पर फोकस करोगे तो 'लक्ष्य' दूर हो जाएगा, तुम 'लक्ष्य' पर फोकस करो ताकि समस्याएं....... | तुम्हरी सबसे अच्छी टीचर तुम्हारी ही गलतियां है |

Friday, February 10, 2017

भारत का राष्ट्र गान

भारत का राष्ट्र गान

जन गण मन, भारत का राष्ट्र गान है जो मूलतः बाँग्ला में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखा गया था । भारत का राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम्‌ है ।

राष्ट्र गान के गायन की अवधि लगभग52 सेकेण्ड है। कुछ अवसरों पर राष्ट्र गान संक्षिप्त रूप में भी गाया जाता है, इसमें प्रथम तथा अन्तिम पंक्तियाँ ही बोलते हैं जिसमें लगभग 20 सेकेण्ड का समय लगता है। संविधान सभा ने जन-गण-मन को भारत के राष्ट्र-गान के रुप में 24जनवरी, 1950 को अपनाया था। इसे सर्वप्रथम 27 दिसम्बर, 1911 को कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था। पूरे गान में 5 पद हैं।रवीन्द्रनाथ ठाकुर विश्व के एकमात्र व्यक्ति हैं, जिनकी रचना को एक से अधिक देशों में राष्ट्रगान का दर्जा प्राप्त है। उनकी एक दूसरी कविता आमार सोनार बाँग्ला को आज भी बाँग्लादेश में राष्ट्रगान का दर्जा प्राप्त है। और इससे अधिक मजेदार बात यह है कि बाँग्लादेश के इस राष्ट्रगान को संगीत प्रदान करने वाला व्यक्ति एक नेपाली है।

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