थाइराइड ग्रन्थि
यह ग्रन्थि गले में श्वास नली के पास होती है यह
शरीर की सबसे बड़ी अंतरस्त्रावी ग्रन्थि है। इसकी
आकृति एच होती है। इसके द्वारा थाइराॅक्सीन
हार्मोन स्त्रावित होता है। ये भोजन के
आक्सीकरण व उपापचय की दर को नियंत्रित
करता है। कम स्त्रवण से गलगण्ड रोग हो जाता है।
इसके कम स्त्रवण से बच्चों में क्रिटिनिज्म रोग व
वयस्क में मिक्सिडीया रोग हो जाता है।
अधिकता से ग्लुनर रोग, नेत्रोन्सेधी गलगण्ड रोग
हो जाता है।
यह ग्रन्थि गले में श्वास नली के पास होती है यह
शरीर की सबसे बड़ी अंतरस्त्रावी ग्रन्थि है। इसकी
आकृति एच होती है। इसके द्वारा थाइराॅक्सीन
हार्मोन स्त्रावित होता है। ये भोजन के
आक्सीकरण व उपापचय की दर को नियंत्रित
करता है। कम स्त्रवण से गलगण्ड रोग हो जाता है।
इसके कम स्त्रवण से बच्चों में क्रिटिनिज्म रोग व
वयस्क में मिक्सिडीया रोग हो जाता है।
अधिकता से ग्लुनर रोग, नेत्रोन्सेधी गलगण्ड रोग
हो जाता है।
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