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Friday, February 24, 2017

यूनानी वर्णमाला

यूनानी वर्णमाला (Greek alphabet) चौबीस अक्षरों की वर्ण व्यवस्था है जिनके प्रयोग से यूनानी भाषा को आठवीं सदी ईसा-पूर्व से लिखा जा रहा है। प्रत्येक स्वर एवं व्यंजन लिए पृथक चिन्ह वाली यह पहली एवं प्राचीनतम वर्णमाला है।[1] यह वर्णमाला फ़ोनीशियाई वर्णमाला से उत्पन्न हुई थी और यूरोप की कई वर्ण-व्यवस्थाएँ इसी से जन्मी हैं। अंग्रेज़ी लिखने के लिये प्रयुक्त रोमन लिपि तथा रूसी भाषा लिखने के लिए प्रयोग की जाने वाली सीरिलिक वर्णमाला दोनों यूनानी लिपि से जन्मी हैं। दूसरी शताब्दी ईसापूर्व के बाद गणितज्ञों ने यूनानी अक्षरों को अंक दर्शाने के लिए भी प्रयोग करना शुरू कर दिया।
[1] यूनानी वर्णों का प्रयोग विज्ञान के कई क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे भौतिकी में तत्वों के नामसितारों के नाम, बिरादरी एवं साथी सम्प्रदाय के नाम, ऊष्ण कटिबन्धीय चक्रवातों के नाम के लिए।





वर्ण-                                 1        2        3      4         5             6     7     8           
यूनानी वर्ण-               अल्फा   बीटा    गामा    डेल्टा      एप्सिलन        जीटा   एटा   थीटा  

बड़े अक्षर (Majuscule form) -           A         B        Γ         Δ          Ε             Ζ        Η       Θ  


छोटे अक्षर (Minuscule form) -         α          β         γ           δ           ε              ζ            η        θ


वर्ण-                                 9      10      11    12   13   14       15    16  

यूनानी वर्ण-              आयोटा   कप्पा   लैम्डा    म्यू    न्यू    जाई   ओमिक्रान  पाई   

बड़े अक्षर (Majuscule form) -           Ι           Κ        Λ      Μ      Ν     Ξ        Ο         Π      


छोटे अक्षर (Minuscule form) -        ι            κ          λ       μ       ν      ξ         ο           π

     

वर्ण-                      17  18   19     20    21   22  23   24

यूनानी वर्ण-              रो    सिग्मा    टाऊ    अप्सिलन   फाई     चाई    साई   ओमेगा

बड़े अक्षर (Majuscule form) -         Ρ      Σ         Τ          Υ        Φ        Χ      Ψ     Ω

छोटे अक्षर (Minuscule form) -        ρ         σ          τ              υ           φ           χ        ψ        ω




























यूनानी भाषा-

यूनानी या ग्रीक (Ελληνικά IPA: [eliniˈka] या Ελληνική γλώσσαIPA: [eliniˈci ˈɣlosa]), हिन्द-यूरोपीय (भारोपीय) भाषा परिवार की स्वतंत्र शाखा है, जो ग्रीक (यूनानी) लोगों द्वारा बोली जाती है। दक्षिण बाल्कन से निकली इस भाषा का अन्य भारोपीय भाषा की तुलना में सबसे लंबा इतिहास है, जो लेखन इतिहास के 34 शताब्दियों में फैला हुआ है। अपने प्राचीन रूप में यह प्राचीन यूनानी साहित्य और ईसाईयों के बाइबल के न्यू टेस्टामेंट की भाषा है। आधुनिक स्वरूप में यह यूनान और साइप्रस की आधिकारिक भाषा है और करीबन 2 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है। लेखन में यूनानी अक्षरों का उपयोग किया जाता है।
यूनानी भाषा के दो ख़ास मतलब हो सकते हैं :


लिपि-


सबसे पुरानी ग्रीक "मिसेनियन ग्रीक" (Mycenaean Greek) थी जिसे लिनियर बी (Linear B) लिपि में लिखते थे। इसी तरह का दूसरी प्रणाली भी थी जिसे "किप्रिआट सिलैबरी" (Cypriot syllabary) कहते हैं।

लगभग नौंवी शती ईसा पूर्व से ग्रीक भाषा को ग्रीक-अल्फाबेट के द्वारा लिखा जाता है। पुरानी ग्रीक में केवल बड़े अक्षर (upper-case letters) ही थे। छोटे अक्षरों का विकास तो मध्य काल में हुआ जब स्याही के उपयोग से तेजी से कागज पर लिखने की जरूरत आयी।

आधुनिक ग्रीक वर्णमाला में २४ वर्ण हैं। सभी वर्णों के बड़े रूप तथा छोटे रूप हैं। "सिग्मा" के दो छोटे-रूप प्रचलन में हैं।








बड़े अक्षर (Majuscule form)
ΑΒΓΔΕΖΗΘΙΚΛΜΝΞΟΠΡΣΤΥΦΧΨΩ
छोटे अक्षर (Minuscule form)
αβγδεζηθικλμνξοπρστυφχψω

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